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Sunday, June 18, 2017

अद्वैत आश्रम मायावती आश्रम

अद्वैत आश्रम रामकृष्ण मठ की एक शाखा है जो भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिले में मायावती नामक स्थान पर स्थित है। यह स्थान समुद्र तट से 6400 फीट ऊंचाई पर टनकपुर रेलवे स्टेशन से 88 किमी तथा काठगोदाम रेलवे स्टेशन से 167 किमी दूर चम्पावत जिले के अंतर्गत लोहाघाट नामक स्थान से उत्तर पश्चिम जंगल में 9 किमी पर है, देवदार, चीड़, बांज व बुरांश की सघन वनराजि के बीच अदभुत नैसर्गिक सौन्दर्य के मध्य मणि के समान यह आश्रम आगंतुकों को निर्मल शान्ति प्रदान करता है।

स्वामी विवेकानन्द की प्रेरणा से उनके संन्यासी शिष्य स्वामी स्वरूपानंद और अंग्रेज शिष्य कैप्टन जे एच सेवियर और उनकी पत्नी श्रीमती सी ई सेवियर ने मिलकर 17  मार्च 1899  में इसकी स्थापना की थी। सन् 1909 में कैप्टन जे एच सेवियर के देहांत का समाचार जानकर स्वामी विवेकानंद श्रीमती सेवियर को सांत्वना देने के निमित्त मायावती आये थे। तब वे इस आश्रम में 3 से 18 जनवरी तक रहे। कैप्टेन की मृत्यु के पंद्रह वर्ष बाद तक श्रीमती सेवियर आश्रम में सेवाकार्य करती रहीं।
स्वामी विवेकानंद की इच्छानुसार मायावती आश्रम में कोई मंदिर या मूर्ति नहीं है इसलिए यहाँ सनातनी परम्परानुरूप किसी प्रतीक की पूजा नहीं होती। सांय काल मधुर वाणी में सामूहिक रूप से संगीत वाद्यों के साथ राम नाम संकीर्तन होता है।
1903 में यहाँ एक धर्मार्थ रूग्णालय की स्थापना की गई, जिसमें गरीबों की निशुल्क चिकित्सा की जाती है। यहाँ की गौशाला में अच्छी नस्ल की स्वस्थ्य गायें हैं, यात्रीगण इनके शुद्ध, ढूध का रसास्वादन प्रात: नाश्ते के समय और रात्रि भोजन के उपरांत ले सकते हैं।
आश्रम में 1901 में स्थापित एक छोटा पुस्तकालय भी है, जिसमें अध्यात्म व् दर्शन सहित अनेक विषयों से सम्बद्ध पुस्तकें संकलित हैं।
आश्रम से लगभग दो सो मीटर दूर एक छोटी अतिथिशाला भी है, जहां बाहर से आने वाले साधकों के ठहरने की व्यवस्था है।
प्रबुद्ध भारत पत्रिका का प्रकाशन यहीं से आरम्भ हुआ।

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