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Sunday, May 21, 2017

उत्तराखंड के पलायन को रोकने के लिए पतंजलि योगपीठ नया प्लान बना रही है।

त्तराखंड से पलायन रोकने को पतंजलि योगपीठ पहाड़ों में जड़ी-बूटी की खेती को प्रोत्साहित करेगा। पतंजलि न केवल किसानों को प्रोत्साहन देगा, बल्कि उत्पादों को बाजार भाव पर खरीदेगा

उत्तराखंड में की पलायन की समस्या से सभी अवगत है पलायन रोकने के लिए समय-समय पर अनेको उपाय किये गए। पिछली सरकार ने भी काफी प्रयास किये और नई साकार भी कोसिस कर रही की किसी तरह उत्तराखंड का पलायन रोका जाये। इस समस्या को देखते हुए बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने खेती को प्रोत्साहन दे कर पलायन रोकने का प्लान बना रही है। 
  
पूरी खबर -

उत्तराखंड से पलायन रोकने को पतंजलि योगपीठ पहाड़ों में जड़ी-बूटी की खेती को प्रोत्साहित करेगा। सहकारिता पर आधारित 'हर्बल कल्टीवेशन' नाम की इस योजना के तहत पतंजलि न केवल किसानों को प्रोत्साहन देगा, बल्कि उत्पादों को बाजार भाव पर खरीदेगा।
योग गुरु रामदेव के निकट सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि इसके लिए पिछले दिनों देहरादून में सहकारी संस्थाओं से सहकारिता राज्य मंत्री धन सिंह रावत की मौजूदगी में विस्तृत चर्चा भी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पतंजलि योगपीठ ने इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है, जिसमें 761 सहकारी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि योजना के तहत पहाड़ी क्षेत्रों में सर्वेक्षण कर यह पता लगाया जाएगा कि कौन सा स्थान किस उपज के लिए उपयुक्त है और उसके संवर्धन के लिए क्या किया जा सकता है। इसके अलावा उन इलाकों में नई उपज लेने की क्या संभावना है।

उन्होंने कहा कि योजना से न केवल पहाड़ों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि पारंपरिक कृषि को बढ़ावा भी मिलेगा। कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि इनके संवर्धन और प्रसंस्करण की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर ही किया जाए। आचार्य ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी योजना का खुलासा किया जाएगा।

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